प्रेम लता शर्मा वाक्य
उच्चारण: [ perem letaa shermaa ]
उदाहरण वाक्य
- प्रेम लता शर्मा भारतीय संगीत शास्त्र की प्रमुख विद्वान थीं।
- नाम्प्यार, संपादक: डॉ. प्रेम लता शर्मा, संगीत नाटक अक्कादेमी, नयी दिल्ली (१९९१)
- ग़ज़ल धूप गम की जो मिले और निखर जायेंगे ठोकरें खा के यहाँ हम भी सुधर जायेंगे हम तो ले जायेंगे कश्ती को भंवर में यारो हम नही उनमे जो गरदाब से डर जायेंगे अपना साया भी यहाँ हम से बेवफा निकला अब तो यह ज़िद है कि हम धूप नगर जायेंगे उसकी चाहत तो धड़कती है मिरे सीने मैं उसको पाने के लिए हद से गुज़र जायेंगे इश्क की राह सलामत रहे इस दुनिया में कितने ही कैस अभी “ प्रेम ” डगर जायेंगे प्रेम लता शर्मा........